Mulnayak Shri Shri Munisubrat Swami Bhagwan, black colour in padmasana posture. The idol of Shri mulnayak Bhagwan is very beautiful and charming.
addition to Moolnayak Shri Munisuvrat Swamiji, Lord Mahavir Swamiji and Sahastrafana Parshvanath Bhagwan are also seated here.
There are also statues of Shri Chaumukha Yaksharaj, Shri Yakshiji and Achupta Devi Ji.
In the first floor of the temple, there is the Mulnayak Shri Shantinath Bhagwan and along with it there are also grand statues of Shri Munisuvrat Swamiji, Shri Shambhanath Bhagwan, Shri Parshvanath Bhagwan, Shri Adeshwar Bhagwan.
In the month of Samvat 2040 Baisakh, the idol of Shri Munisuvrat Swamiji was established in this temple with a grand event.
Shwetamber Jain Temple in Dantrai village, District – Sirohi, Rajathan.
Very beautiful temple of Shri Munisuvrat Swamy which is famous as ‘Rath Mandir’. The temple of Dantarai is situated at a distance of 4 km from Jeeravala Parshwanath tirth. All around the temple the life of the 24 Tirthankaras has been painted which is very beautiful. Superb marble carvings inside and outside walls have been done in the main temple. This tirth is near to Jirawala tirth, if you have come to visit Jirawala Parshwanath tirth, then you can take advantage of visiting this tirth.
How to reach :
Dantrai, also known as Harni Dantrai, is a village near Shri Jiravala Parshwanath jain tirth in Reodar Tehsil, Sirohi district. The village contains four Jain temples. It is 45 KM from Sirohi. 14 KM from Reodar.
~~~~~
मूलनायक श्री श्री मुनिसुव्रत स्वामी भगवान, काले रंग, पद्मासन मुद्रा में। श्री मूलनायक भगवान की मूर्ति अत्यंत सुन्दर एवं मनमोहक है।
रहा मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामीजी के अलावा भगवान महावीर स्वामीजी और सहस्त्रफण पार्श्वनाथ भगवान भी विराजमान हैं।
यहाँ श्री चौमुखा यक्षराज, श्री यक्षीजी और अछुप्ता देवी जी की मूर्तियाँ भी हैं।
मंदिर के ऊपर प्रथम तल पर बने मंदिर में मूल नायक श्री शांतिनाथ भगवान हैं और साथ में श्री मुनिसुव्रत स्वामीजी, श्री शम्भवनाथ भगवान, श्री पार्श्वनाथ भगवान, श्री आदेश्वर भगवान की भी भव्य प्रतिमाएँ हैं।
संवत् 2040 बैसाख माह में श्री मुनिसुव्रत स्वामीजी की स्थापना एक भव्य आयोजन के साथ इस मंदिर में की गयी थी।
दांतराई गांव में श्वेताम्बर जैन मंदिर, जिला–सिरोही, राजथान।
श्री मुनिसुव्रत स्वामी का अत्यंत सुंदर मंदिर जो रथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर दांतराई गांव में है जो की जीरावला पार्श्वनाथ तीर्थ से 4 किमी की दूरी पर स्थित है। मंदिर के अन्दर दिवॎर के चारों ओर 24 तीर्थंकरों के जीवन का चित्रण किया गया है जो बहुत सुंदर है। मुख्य मंदिर में अंदर और बाहर की दीवारों पर शानदार संगमरमर की नक्काशी की गई है। यह तीर्थ जीरावाला तीर्थ के नजदीक है, अगर आप जीरावाला पार्श्वनाथ तीर्थ के दर्शन करने आये हैं तो इस तीर्थ के दर्शन का लाभ उठा सकते हैं।
कैसे पहुँचें :
दांतराई, जिसे हरनी दांतराई के नाम से भी जाना जाता है, सिरोही जिले की रेवदर तहसील में श्री जीरावला पार्श्वनाथ जैन तीर्थ के पास एक गाँव है। गाँव में चार जैन मंदिर हैं। यह सिरोही से 45 किलोमीटर दूर है। रेवदर से 14 कि.मी. है |
ट्रेन: भीनमाल रेलवे स्टेशन
वायु मार्ग: उदयपुर हवाई अड्डा
Dantrai
Rajasthan
307512
India
Sorry, no records were found. Please adjust your search criteria and try again.
Sorry, unable to load the Maps API.